बच्चों को बिस्तर में पेशाब करने से कैसे रोके?

बच्चों को बिस्तर में पेशाब करने से कैसे रोके?

बिस्तर गीला करना बच्चों की एक सामान्य समस्या है। कई बार बच्चों को ऐसा ना करने की शिक्षा देने पर भी वे बिस्तर गीला कर ही देते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें बुरे सपने आना प्रमुख है। माता पिता को बच्चों की बिस्तर में पेशाब करने की आदत बड़ी सामान्य लगती होगी। यह गहरी नींद में पेशाब करने की आदत होती है। बच्चों का मूत्राशय छोटा होता है जिस वजह से बहुत देर तक वे पेशाब को रोक नहीं सकते। यह बिस्तर में पेशाब करने का एक कारण हो सकता है। कई बच्चों की यह समस्या आनुवंशिक होती है। इसी के साथ कभी यह डरावने सपनों के कारण भी हो सकता है।

बच्चे दिन भर हर समय कुछ न कुछ खाते रहते हैं। बार-बार कुछ खाने से बच्चों की पाचन क्रिया खराब हो जाती है। कुछ बच्चे ज्यादा ठंडे पदार्थ खाते हैं तो कुछ बच्चे ज्यादा भारी खाने वाले पदार्थो का सेवन करते हैं। भारी भोजन बहुत देर में पचता है। भारी भोजन खाने वाले बच्चे रात में सोते समय ज्यादा पेशाब करते हैं। कुछ बच्चे दिन में ज्यादा समय खेलते-कूदते रहते हैं जिसकी वजह से बच्चे बुरी तरह से थक जाते हैं। ऐसे बच्चों को ज्यादा भूख लगती है और वह खाते ही सो जाते हैं। थकावट की वजह से बच्चे रात को सोते हुए बार-बार पेशाब करते हैं। कुछ मां-बाप काम की वजह से बच्चों को खाना देर से खिलाते हैं और फिर बच्चे खाना खाते ही बिस्तर पर चले जाते हैं और सो जाते हैं। इसलिए वह बच्चे रात को बिस्तर पर पेशाब जरूर करते है। पेट में कीड़े होने पर, पेशाब की नली में रोग के कारण भी बच्चे सोते हुए बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं। बच्चे का बार-बार बिस्तर गीला करना बच्चे की गलती नहीं है। दरअसल बच्चा आर्जीनीन वैसोप्रेसिन हार्मोन के कारण बिस्तर में पेशाब करता है। कई चाइल्ड स्पेशलिस्ट चिकित्सकों ने कहा है कि माता-पिता में से अगर किसी एक ने बचपन में ऐसा किया हो, तो बच्चे के भी बिस्तर गीला करने के आसार लगभग 50 फीसदी हो जाते हैं। । वहीं अगर मां-पिता दोनों में से किसी ने भी बचपन में बिस्तर गीला नहीं किया था तो बच्चों में इसकी संभावना घटकर 15 फीसदी हो जाती है।

बिस्तर गीला करने का कारण क्या है?

बिस्तर गीला करने के कई कारण हो सकते है जैसे:-:

  • शरीर रात में मूत्र की बड़ी मात्रा उत्पादित करता है;
  • पूरी तरह से नींद से नहीं उठ पाना।
  • बिस्तर गीला करने वाले बच्चे आलसी या शरारती नहीं होते हैं। कुछ बीमारियाँ बिस्तर गीला करने के साथ जुड़ी होती हैं, लेकिन बिस्तर गीला करने वाले बच्चे किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त नहीं होते हैं।

माता-पिता क्या कर सकते हैं?

  • बच्चों के मूत्राशय की समस्याओं में विशेष डॉक्टर से मदद ले सकते हैं।
  • कब्ज़ के लिए ध्यान रख सकते हैं क्योंकि यह मूत्राशय की समस्या को और भीखराब बना सकता है। यदि यह एक लगातार होने वाली समस्या है, तो डॉक्टर से सहायता लें।

ऐसी कुछ बातें हैं जो सहायता नहीं करती हैं:

  • गीले बिस्तरों के लिए सजा न दें।
  • दोस्तों या परिवार के सामने बच्चे को शर्मिन्दा न करें।
  • रात में उन्हें शौच कराने के लिए न उठाएं। यह बिस्तर गीला करने में कुछ कटौती तो कर सकता है, लेकिन यह बच्चे को सूखा होना सीखने में मदद नहीं देता है।
  • जब परिवार के अन्य सदस्य एक तनावपूर्ण समय से गुजर रहे हों, तो बिस्तर गीला करने की समस्या को ठीक करने की कोशिश न करें।

यह समस्या समय के साथ ठीक हो जाती है। पर कई जगहों में यह होना माता पिता के लिए शर्मिंदगी से भरा हो सकता है। बच्चे भी इसके कारण सहम जाते हैं। इसीलिए माता पिता इस समस्या के समाधान ढूंढ़ते हैं।

सावधानी :

रात को सोते समय बच्चे का बिस्तर में पेशाब करने का रोग समाप्त करने के लिये कोई भी औषधि देने से पहले माता-पिता को बच्चे के भोजन की कुछ आदते सुधारनी जरूरी हैं। बच्चे को सोने से 1 घंटा पहले भोजन करा देना चाहिए। बच्चे को सोने के बाद उसे जगाकर कुछ भी खाने और पीने को नहीं देना चाहिए। बच्चे को बिस्तर पर जाने से पहले एक बार पेशाब जरूर करा देना चाहिए।

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